अंको से रोग एवं रोग का निवारण
अंको से रोग एवं रोग का निवारण
जन्मतिथि के अंको का योग मूलांक तथा जन्मतिथि ,महीना एवं वार के अंकों का योग भाग्यांक कहलाता है।अंक ज्योतिष में आपकी जन्म की तारीख से संभावित रोग के विषय में जानकरी एवं उसका निवारण संभव है।
1* * यदि आपकी जन्म की तारीख 1,10,19,28 है तो आप को हृदय संबंधी कष्ट हो सकता है।वृद्धावस्था में आपको नेत्र पीड़ा,अपच ,गठिया ,रक्तचाप, डिप्थीरिया, दुर्बलता जैसे रोगों की संभावना हो सकती है।
उपाय **
1 सूर्य का अंक है इसलिए इन परेशानियों से बचने के लिए, आदित्य ह्रदय स्तोत्र का और सूर्य स्तोत्र व कवच का पाठ करना लाभप्रद होगा।
2 ** यदि आपका जन्म महीने की 2,11,20,29 तारीखों को हुआ है तो आपको कमजोरी ,क्षीणता, उद्वेग ,मस्तक पीड़ा, छोटी-छोटी दुर्घटना, हृदय रोग ,संवेदनशीलता, भावुकता ,स्नायु दुर्बलता जैसे रोगों की संभावना बन सकती हैं।
उपाय **
चंद्र स्तोत्र व कवच का पाठ करना लाभप्रद होगा
3 ** यदि आपका जन्म 3, 12, 21 ,30 तारीख को हुआ है तो आपको चर्म रोग, खुजली, पित्त प्रकोप ,स्नायु निर्बलता ,मानसिक उद्वेग ,रक्त दोष जैसे रोगों की संभावना बनेगी।
उपाय **
विष्णु सहस्रनाम या बृहस्पति स्तोत्र व कवच का पाठ करें।
4 ** 4 ,13, 22 और 31 अगर आपके जन्म की तारीख है तो आपको रक्तचाप या जुकाम ,छूत के रोग, इन्फेक्शन बहुत जल्द होने की संभावना बनती है।
उपाय**
राहु स्तोत्र व कवच का पाठ करें।
5 ** आपका जन्म महीने की 5,14,23 तारीख को हुआ है तो आपको चर्म रोग, मानसिक चिंता ,दुर्बलता, शारीरिक कमजोरी की संभावना बनी रहेगी।
उपाय**
गणेश स्तोत्र व बुध स्तोत्र का पाठ करें।
6 ** यदि आपका जन्म महीने की6 ,15 और 24 तारीख को हुआ है, तो आपको फेफड़ों से संबंधित रोग, स्नायु निर्बलता, सीने की कमजोरी ,कफ जनित रोग, जुकाम जैसे रोगों की संभावना रहेगी
उपाय **
आपको शुक्र के स्तोत्र व कवच का पाठ करना चाहिए।
7 ** यदि आपका जन्म महीने की 7,16, 25 तारीख को हुआ है ,तो आपको पेट दर्द ,छूत के रोग ,पसीने की अधिकता, अमाशय दोष, नींद ना आना, भूख ना लगना, तथा गठिया इत्यादि रोगों की संभावना रहेगी।
उपाय **
नृसिंह स्तोत्र का पाठ करें।
8 ** यदि आपका जन्म महीने की 8,17, 26 तारीख को हुआ है तो ,आप को वायु रोग ,शारीरिक क्षीणता ,अंध रोग ,ह्रदय रोग, रक्त की कमी, गठिया ,सिर की पीड़ा, गंजापन तथा कान -नाक में पीड़ा होने की संभावना रहेगी।
उपाय**
आप शनि के स्तोत्र व कवच का पाठ करें
9 ** यदि आपका जन्म महीने की 9 ,18 ,27 तारीख को हुआ है तो ,आपको क्रोध की अधिकता ,दुर्घटना, हृदय रोग ,रक्तचाप की संभावना रहेगी।
उपाय **
बजरंग बाण या मंगल स्तोत्र का पाठ करना आपके लिए शुभ फल प्रद होगा।
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