राशि के अनुसार व्यक्ति का स्वभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की राशि उसके स्वभाव को व्यक्त करती है। हर एक व्यक्ति के स्वभाव की अलग-अलग विशेषताएं होती हैं। 

 12 राशियों का जैसा स्वरूप शास्त्रों में बताया गया है इन राशियों में उत्पन्न पुरुष और स्त्रियों का स्वभाव भी प्रायः वैसा ही होता है। जन्म कुंडली में राशि और ग्रहों के स्वरूप के समन्वय पर ही फलाफल का विचार किया जाता है। दो व्यक्तियों के बीच मित्रता या शत्रुता अथवा पारस्परिक स्वभाव के मेल के लिए के लिए भी राशि स्वरूप महत्वपूर्ण है।

जल तत्व, अग्नि तत्व, वायु तत्व एवं पृथ्वी तत्व इन चार तत्वों में 12 राशियों को बांटा गया है। 

जल तत्व


 कर्क, वृश्चिक और मीन यह राशियां  जल तत्व प्रधान होती हैं। इन राशियों के लोग भावनात्मक संवेदनशील एवं मददगार होते हैं , दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।स्मरण शक्ति तीक्ष्ण होती है। 

अग्नि तत्व 


मेष ,सिंह, अथवा धनु अग्नि तत्व की राशि होती है यह लोग भावुक ,गतिशील,ऊर्जावान मनमौजी एवं आदर्शवादी होते हैं।

वायु तत्व


मिथुन तुला कुंभ राशि वायु तत्व की राशि होती है यह लोग बुद्धिमान, मिलनसार ,विचारक ,विश्लेषक होते हैं। किताबें पढ़ने के शौकीन होते हैं।

  पृथ्वी तत्व 


वृष ,कन्या और मकर राशि पृथ्वी तत्व की राशि होती है यह लोग जमीन से जुड़े होते हैं व्यवहारिक और विश्वास योग्य होते हैं भौतिक चीजों से लगाव होता है।

 शत्रुता और मित्रता



 पृथ्वी तत्व और जल तत्व वाली राशियों के व्यक्तियों में तथा अग्नि तत्व और वायु तत्व वाली राशियों के व्यक्तियों में परस्पर मित्रता रहती है। पृथ्वी और अग्नि तत्व ,जल और अग्नि तत्व एवं जल और वायु तत्व वाली राशियों के व्यक्तियों में शत्रुता रहती है।

 राशियों के स्वामी


मेष और वृश्चिक का मंगल 
  • वृष और तुला का शुक्र 
  • कन्या और मिथुन का बुध 
  • कर्क का चंद्रमा 
  • सिंह का सूर्य 
  • मीन और धनु का बृहस्पति 
  • मकर और कुंभ का शनि
      कन्या का राहु एवं मिथुन का केतु है।


मेष 

साकारात्मक --


 मेष राशि वाले व्यक्ति शौर्यवान और बलवान होते हैं।इस राशि के जातक अन्य राशियों के जातकों से ज्यादा सक्षम होते हैं।अपने काम के प्रति दृढ़ निश्चयी होते हैं ,हर काम को बहुत ही निपुणता से करते हैं। साहसी और निडर होते हैं। लोगों के साथ मिलकर चलने वाले ,त्वरित निर्णय लेने वाले और सक्रिय होते हैं ।उनकी सोच साफ होती है ,आत्मविश्वास से भरे होते हैं।
मेष राशि का वास स्थान रत्न और धातुओं से पूर्ण भूमि, कृषि योग्य भूमि, गौशाला और वन होता है। काल पुरुष के अंग विभाग में मेष राशि काल पुरुष के मस्तक  का प्रतिनिधित्व करती है।


नाकारात्मक 


मेष राशि वालों में सबसे खराब आदत लोगों से जलने की होती है ये सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं ,इनमें धैर्य की कमी होती है एवं हिंसक होते हैं, क्रोध जल्दी आता है ,घमंडी होते  हैं।काफी कठोर दिल के माने गए हैं ,इनसे टक्कर लेने से पहले इनके वार को झेलने की क्षमता होनी चाहिए।
 

 वृष राशि से मीन राशि के जातकों के स्वभाव की जानकारी विस्तार पूर्वक
अगले अंक में..... 

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