टैरो रिडिंग
टैरो रिडिंग (रहस्यमयी संसार की रहस्यमयी कहानी ,लेकिन भविष्य की कहानी टैरो की ज़ुबानी )
टैरो यानि कार्ड्स की रहस्यमयी दुनिया और भविष्य आंकलन की सर्वप्रिय विद्या। टैरो शब्द की उत्पति भी रहस्यमय है यह सिर्फ शब्द नहीं ,भविष्य और जीवन है। कुछ का मानना है की यह टैरोची शब्द से उत्पन्न हुआ ,जो माइनर अर्काना से सम्बंधित है तो कुछ इसकी उत्पत्ति टैरोटी से मानते हैं,एक क्रॉस लाइन जो की कार्डों के पीछे दिखती है।टैरो विद्या में चित्रों की मदद से भविष्यफल जानने की एक कला होती है। भविष्यवाणी के लिए टैरो कार्ड विद्या को प्रश्न शास्त्र की तरह से प्रयोग किया जाता है। जिस तरीके से ज्योतिष शास्त्र मे कुंडली के द्वारा और हस्तरेखा शास्त्र मे हाथों की रेखाओं से भविष्य वाणी की जाती है उसी तरीके से टैरो मे कार्ड के अंदर छुपे हुए चित्रों की मदद से भविष्यफल बताया जाता है। इसमें पूछे गए प्रश्नों के अनुसार उत्तर देने लिए तीन कार्ड निकाले जाते हैं और फ़िर कार्ड्स पर अंकित चित्रों में छुपे संकेतों से उत्तर दिया जाता है। टैरो डेक मे कुल 78 कार्ड्स होते हैं ,जिन्हे मेजर अर्काना तथा माइनर अर्काना मे विभक्त किया गया है। अर्काना लैटिन भाषा के शब्द अर्कान्स से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ है रहस्यमय व्यक्तिगत विकास। शब्दों और अंकों की दैवीय शक्ति से संपन्न टैरो आज भविष्य दर्शन का लोकप्रिय माध्यम बन चुका है। तो चलिए इस रहस्य और भविष्य दर्शन की अनोखी विधा को समझे।
कैसे जाने टैरो भविष्यवाणी
1 . सबसे पहले अपने प्रश्न को मन में दोहरा लें या कहीं लिख लें।
2 . इसके बाद कार्ड पर पर क्लिक कर के एक के बाद एक कर तीन कार्ड्स चुने।
3 . पहला कार्ड आपके प्रश्न पूछते समय की मनोस्थिति को दर्शाता है।
4 . दूसरा कार्ड आपको यह बताता है कि आपको अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए क्या प्रयत्न करने होंगे।
5 . तीसरा और अंतिम कार्ड आपको परिणामस्वरुप आपके प्रश्न का उत्तर देता है।
आचार्या दीपिका श्रीवास्तव
टैरो एक्सपर्ट ,फेस रीडिंग
वैदिक ज्योतिष
7462019762
Comments
Post a Comment